गुरमीत के गुनाहों की सज़ा आज उसको सुना दी जाएंगी लेकिन इस कवरेज के बाद अब सोच रहा हूँ कि 38 लोग जिनकी ज़िंदगी इस हादसे में गई वो मारे गए या क़त्ल हुए। सब कुछ दिमाग को उलझा रहा है। क्योंकि पत्थर बहुत बार उछाले जाते है बदले में हर बार गोलियां नहीं मिलती। गली में उस लड़के के पास सिर्फ डंडा था और एक मात्र पत्थर वो उन सुरक्षित पुलिस जवानों पर फेंक चुका था जो वीडियो में किसी को लगा नहीं था। लेकिन वो इतना खतरनाक कैसे लगा कि सीधी गोली उसके जिस्म में पैबस्त हो गई।
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