जब वो ऊं करता है
तो मुंह में नहीं जाता मां का दूध
या दूध की बोतल
सर के नीचे हाथ लगा कर मां नहीं पूंछती की
डर गए हो क्या सपने में
उसके फेफ़ड़ो में घुसता है
छलनी करता हुआ
किसी तेज रफ्तार चमकदार
गाड़ी का धुँआ, जिसके विज्ञापन में चमकती है
खूबसूरत लड़की
जो अभी उसकी निगाह में नहीं होंगी
वो नीद में करवट लेता है
लेकिन इतने संधें संतुलन के साथ
सड़क के डिवाईडर की दहलीज को पार नहीं करता
उसका बदन
क्योंकि दुनिया में बिना देखे ही वो समझ गया
है
संतुलन के मायने
किसी प्रतिस्पर्धा से मैडल खिसकना नहीं हौता
है
उसके
संतुलन का खोना
बल्कि उसके मायने है
चलने से पहले ही दुनिया से निकल लेना
किसी कार के खूबसूरत से टायर के नीचे
गुब्बारें की आवाज से भी कम आवाज होती है
उस आवाजसे जो टायर के नीचे सर के फटने से निकलती
है
उस गुब्बारे की आवाज से भी कम जो उसकी मां
बेच रही है करोड़ों की गाडियों के बीच से गुजरते
हुए
लेकिन ये धुंआ और मौत का खौफ बस नींद में है
अभी नींद से जागते ही
वो सरकार के सुनहरी घेरे में होगा
सरकार ने उसको मुहैय्या कराया है
शिक्षा का अधिकार
जीने का अधिकार
खाने का अधिकार
इतनी सुनहरी रेखाओं में और भी उसके अधिकार है
18
साल से पहले फिल्मी पर्दे से बहक कर
यदि वो झपट पड़ा किसी पर तो
बाल संरक्षण अधिनियम का भी उसको अधिकार है
ऐसे अधिकारों को देने के बाद से
आराम से है सरकार
आराम से ये बच्चा
चौराहें पर गुब्बारे बेचती मां का बच्चा
जो बिना किसी के बताएं ही ये जानता है
सर के फटने और गुब्बारे के फटने का क्या अंतर
होता है
जो ये जानता है नींद में संतुलन खोने का क्या
मतलब होता है
जो ये जानता है नींद में ऊं करने का क्या मतलब
होता है
सो जा मेरे बच्चें
सूरज के चढ़ने तक
क्योंकि फिर से सरकार का सुनहरी घेरा तेरे ऊपर
है
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