भ्रष्ट्राचार के खिलाफ नए बिल में क्या बदलाव लाया गया है इस पर बहुुत सारे लोग बहुत सारी राय रख सकते है। भक्तगणों की नजर में देशद्रोही हो चुके लोग अब सवाल उठाने से बचने लगे क्योंकि किस तरह से वो कलपते है उससे बहुत से लोग डर जाते है। आप लोकायुक्त और लोकपाल से अनुमति लेकर अधिकारियों के खिलाफ जांच करेंगे। अधिकारी आजादी को नर्क में बदल चुके ये नौकरशाह किस तरह अपनी गोटी सैट करते है उसके हजारों उदाहरण है। मारूति का निजिकरण किया गया आपको याद होगा शर्मा और खट्टर साहब की बन गी।एक और अवस्थी साहब है हजारों करोड़ के एंपायर में है। केस ईडी में है आपकी औकात है तो पता कर ले। ऐसे बहुत से उादहरण है जिसमें नौकरशाहों ने कॉरपोरेट की दलाली की है। नौकरशाहों ने साऊथ ब्लॉक और नार्थ ब्लॉक में बैठ कर इस देश की गर्दन को कई बार कॉरपोरेट के जूतों में दबाया है। अब मोदी जी ने कहा है कि भूतपूर्व अधिकारियों और मुख्यमंत्री के खिलाफ केस चलाने के भी अनुमति चाहिए। ऐसा हौंसला बहुत कम राजनेताओं में होता है कि लूुटेरों को इतनी बड़ी छूट दे दे। हर बात के लिए पुरानी सरकार को कोसने वाले इन कलपनाशियों ने अब तक 2 जी के या कोल घोटाले की रकम वापस हासिल करने का कोई केस नहीं किया गया है। डीएलएफ से भी चंदा हासिल कर लिया है भाई लोगो ने। ये वही डीएलएफ है जिसने दामाद जी के साथ मिलकर जनता को लूटा था । ये भाई लोगों का हिट डॉयलॉग था चुनाव के दौरान। मोदी ईमानदारी के मसीहा बन चुके है इसीलिए अधिकारियों को लूट की छूट दे रहे है। फरिश्ता की बीन बज रही और मैले कपड़े धोने के चल दिये की तर्ज पर लुटेरों को छूट दी जा रही है क्योंकि मोदी जिनके कंधों पर अंबानी का हाथ है जिस को छू देंगे वो ईमानदार हो जाएंगा और भक्तगण उसके पैरों को धो- धो कर पीने लगते है। लेकिन इस बार इस बिल का देश के लिए विरोध करो दोस्तों नहीं तो लूट का ऐसा तांडव होगा कि देश ही बाप बाप कर देगा। अब नाटक मंडली और नौटंकियों का दौर बंद कर मोदी जी को थोड़ा काम करना चाहिए।
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