किसी भी तारीख को मैं हो सकता था,
वो तारीख भी दोहराई जाती हजारों लाखों बार,
लिहाजा किसी एक तारीख का तुमको याद दिलाना कुछ भी नहीं,
मैंने तुमको लाखों शब्द कहे होंगे,
लेकिन एक भी ऐसा नहीं जो कहा न गया हो,
मैं तुमको जीना चाहता था इस तरह से जैसे किसी को जिया न गया हो,
लेकिन ऐसा कोई भी तरीका मैं खोज नहीं पाया।
हर बार याद आ गयी किसी और की जो इस तरह से गुजर गया।
जिंदगी भर किसी काम को करना चाहा इस तरह,
जो सिर्फ मैं ही कर पाऊ
कोई और न सोच सके न कर सके।
लेकिन मैं ऐसा कुछ भी न कर पाया
जीना एक इंसान के जिस्म में सबसे मुश्किल था
और इसे आसान बनने में बीत गया एक पूरा जीवन।
2 comments:
नववर्ष की ढेरो शुभकामनाये और बधाइयाँ स्वीकार करे . आपके परिवार में सुख सम्रद्धि आये और आपका जीवन वैभवपूर्ण रहे . मंगल कामनाओ के साथ .धन्यवाद.
नव वर्ष की आप और आपके समस्त परिवार को शुभकामनाएं....
नीरज
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